माँ सरस्वती से मेरी विशिष्ट कामना ।।
सह वसंत गणतंत्र दिवस के !
मधुर-मिलन को पाकर !!
धन्य हो गए भारत वासी
सुखद स्वप्न को पाकर !!
मणि कांचन सहयोग न सब दिन !
सब कोई पाता है !!
निशि शशांक का मिलन महद
आनंद दान करता है !!
आये "मिल कर अभिनन्दन "
कर धन्य धन्य हो जाएँ !!
आयें सुख सौभाग्य मनाएं !
जीवन सफल बनायें !!
पूजन-वंदन अर्चन से !
नव शक्ति सदा सरसायें !!
स्वागत करें उभय उत्सव का !
मिलकर मोद मनायें!!
इति !!
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